Malaikottai VaalibanMalaikottai Vaaliban

Malaikottai Vaaliban movie में मलाईकोटी वालीबान में चिन्ना नामक एक युवा लड़का गांव में आकर लोगों को चुनौती देता है ।

जिससे उनके योद्धात्मक प्रतिष्ठान का मुकाबला हो।

एक महान योद्धा के बादशाही से उन्हें योद्धा बनने का ख्वाब है।

उन्होंने गांव के योद्धा को हराकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। जिससे उन्हें गांव की सभी संपत्ति और बीवी मिल गई।

इससे पहले हर गांव में एक रखवाला होता था, जिसे हराने पर उसकी सारी शक्ति छीन ली जाती थी ।

और उसे गांव से निकाल दिया जाता था।

एक दिन वालीबान को एक योद्धा से मिलना होता है,

जिससे वह योद्धात्मक चुनौती स्वीकार करता है।

यह कहानी वालीबान के संघर्ष और उसकी प्रतिस्पर्धा को दर्शाती है, जो उसे अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर करती है।

Malaikottai Vaaliban movie
Malaikottai Vaaliban movie

Malaikottai Vaaliban कहानी में चिन्ना और जामंथी के बीच की एक भाई-बहन की दरार का जिक्र है, जो विवाद और संघर्ष से भरी है।

चिन्ना और जामंथी के बीच की झगड़े और आदा-धर्म की प्रतिस्पर्धा के कारण दोनों में तनाव है।

लड़ाई के मैदान में, वालीबान को चमत्कार ने धोखा देकर हरा दिया, जिससे उसे राजा के कब्जे में ले लिया गया।

लेकिन उसकी साहसिकता और चालाकी ने उसे बचा लिया और उसने चमत्कार को मार गिराया।

राजा की क्रूरता और न्याय के अभाव में, वालीबान ने उसे और उसके साथियों को मुक्त किया।

इसके बाद, चिन्ना को अपनी खुशी के लिए एनआर के साथ नए सफर पर जाने का मौका मिला।

यह यात्रा उनके लिए एक नई शुरुआत का अवसर है, जिसमें वे अपने दोस्तों और नये राज्य के साथ नये संबंध बनाते हैं।

कहानी में एक महत्वपूर्ण संदेश है – विवादों और संघर्षों के बावजूद, दृढ़ साहस और सामर्थ्य से हर चुनौती का सामना किया जा सकता है।

यह भी दिखाता है कि न्याय, सच्चाई और मित्रता की शक्ति से हर बुराई को परास्त किया जा सकता है।

इस कहानी में रोमांच, उत्साह और नैतिक संदेशों का संगम है। चरित्रों की जीवंतता और उनके विचारधारा ने पाठकों को सम्मोहित किया है

और उन्हें वास्तविकता के साथ संवाद करने का अवसर प्रदान किया है।

इसके अलावा, वालीबान की साहसिकता, चुस्ती और निष्ठा ने पाठकों को प्रेरित किया है कि वे हर स्थिति में साहस और संघर्ष के साथ अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रयास करें।

यह कहानी “वालीबान” के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक असामान्य योद्धा और नेता है। उनका सबसे बड़ा लक्ष्य उनके राज्य को न्याय के माध्यम से स्थापित करना है। वे अपनी बुद्धिमत्ता और योग्यता से लोगों को अपनी ओर खींचते हैं।

कहानी में एक महत्वपूर्ण किरदार हैं, “चिन्ना”, जो एक अनार्य राजा है जो वालीबान के साथ नाते के रूप में अधिक उत्सुक होता है। चिन्ना की पत्नी, “रंगा रानी”, के साथ उनका प्यार भी दर्शाया गया है।

कहानी में रोमांच और रहस्य है, जिसमें राजनीतिक और योद्धा धारावाहिकता का खिलवाड़ है। वालीबान के पास अपने विरोधियों के साथ लड़ाई के लिए एक बड़ा समर्थन है, जो उनकी लड़ाई को और भी रोमांचक बनाता है।

यह कहानी नैतिकता, साहस और संघर्ष के विषय में है, जिससे दर्शकों को उत्तेजित किया जाता है। वालीबान की यात्रा उनके साथियों के साथ एक संघर्षपूर्ण और उत्साहजनक अनुभव के रूप में प्रस्तुत की जाती है।

इस कहानी में रंगा रानी का प्रेम, एनआर का संघर्ष और वालीबान का साहस और नेतृत्व दर्शाया गया है। यह एक उत्कृष्ट और अनोखी कहानी है जो दर्शकों को रोमांचित करती है और सोचने पर मजबूर करती है।

Malaikottai Vaaliban movie
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और हमें दिखाते हैं कि इसका पार्ट टू भी आएगा फिर हम देखते हैं कि अब वालीबान और वो युद्ध आमने सामने हैं और अब उनका भयानक युद्ध चलने वाला है जो हम पार्ट टू में देखेंगे

चिन्ना नाम के लड़के को देखते हैं। Malaikottai Vaaliban Movie

जो एक गांव में आकर शोर मचा मचाकर लोगों को चुनौती देता है। कि किसी में दम है तो मेरे पहलवान से लड़कर दिखाओ जो कि अब तक कई सारी वीर योद्धा को हरा चुका है। तब यह सुनकर एक लड़का जल्दी से उस गांव के बड़े योद्धा के पास जाता है। और बताता है कि कोई आपसे भी ताकतवर इंसान आया है। और वो चैलेंज कर रहा है यह सुनते ही वो आदमी सीधा चिन्ना के सामने आ जाता है। कि बुला अपने योद्धा को तब जाकर हम मलाईकोटी वालीबान नाम के आदमी को देखते हैं यहां हमें पता चलता है कि मलाईकोटी को दुनिया का सबसे बड़ा योद्धा बनना है। इसलिए वह गांव-गांव जाकर उस गांव के सबसे बड़े योद्धा से लड़ता है। उसके साथ एनआर नाम का आदमी है जिसे वह अपना गुरु मानता है। और एनआर का ही बेटा है चिन्ना अब मलाईकोटी वालीबान उस योद्धा से लड़ता है ।और बड़ी आसानी से उसे हरा देता है जिसके बाद उस गांव के लोग कहते हैं कि अब इस योद्धा की सारी जायदाद और बीवी सब मलाईकोटी वालीबान की हो गई। और अब से इस गांव में वालीबान के ही किस्से सुनाए जाएंगे और वही हमारा रखवाला कहलाएगा।असल में ये कहानी कई 100 साल पहले की है। जब हर गांव में एक रखवाला होता था और जब भी कोई उसे हरा देता था तो उसकी सारी पावर्स छीनकर विजेता को दे दी जाती थी। साथ ही हारे हुए इंसान को गंजा करके गधे पर घुमाया जाता था और गांव से निकाल दिया जाता था। अब इसके बाद हम एनआर के पास एक औरत को बैठी हुई।

देखते हैं और एनआर उसे बता रहा होता है

कि मेरा बेटा चिन्ना मेरी जान है जिस पर वो लेडी पूछती है फिर वालीबान तो एनआर कहता है कि वो तो एक चमत्कार का राजा है। जो मेरे हर सपने को पूरा करेगा अब हम कुछ टाइम बाद का सीन देखते हैं जब वालीबान एक राज्य में जाता है और वहां उसका अच्छे से आदर सत्कार होता है और उसे वही के राजकुमारी से प्यार भी हो जाता है।तब राजकुमारी वालीबान को अपने साथ ही रुकने के लिए कहती है पर वालीबान को तो दुनिया का सबसे बड़ा योद्धा बनना था। इसलिए वह राजकुमारी की बात नहीं मानता और कुछ ही दिन में उस राज्य से भी नई योद्धा को ढूंढने के लिए निकल जाता है। उससे लड़ने के लिए अब जब वालीबान घूमते घूमते एक मेले में पहुंचता है। तो वहां उसे एक लड़की की आवाज आती है जो अपना नाम रंगा रानी बताती है और वह गांव-गांव में अपने डांस का शो करती थी। तब वालीबान उसको देखना चाहता था पर रंगा रानी वहां से चली जाती है फिर हम रंगा रानी को देखते हैं। जो कि लोगों को नृत्य दिखा रही थी तभी वहां पर एक चमत्कार नाम का आदमी स्टेज पर चढ़कर उसे छेड़ने लगता है।

जिस पर रंगा रानी उसे चाटा लगा देती है

जिस पर चमत्कार उसे चाकू दिखाकर कहता है कि तू नाच वरना गला काट दूंगा। तभी वहां वालीबान आता है और वो चमत्कार को उठाकर फेंक देता है। और अंगा रानी को वालीबान अच्छा भी लगता है वो उसे पकड़कर डांस करने लगती है पर वालीबान वहां से शर्मा के भाग जाता है अब जब वालीबान और उसके साथी आगे जा रहे होते हैं। तभी उसके सामने चमत्कार गुस्से में आता है। और कहता है कि तू योद्धा है भी या नहीं अगर मां का दूध पिया है। तो मेरे गांव के वीर योद्धा से लड़कर दिखा तब वालीबान चैलेंज एक्सेप्ट कर लेता है। और चमत्कार के गांव जाने लगता है अब सुबह रास्ते में उन्हें जमंथी नाम की लड़की मिलती है जो उनसे लिफ्ट मांगती है। जिसके बाद ये सब चमत्कार के गांव पहुंच जाते हैं अब वालीबान उस योद्धा से मिलता है और कहता है कि इसके लिए बैसाखी का इंतजाम कर लो। अब यह चल नहीं पाएगा और वो योद्धा भी कहता है कि मुझे हराने वाला पैदा नहीं हुआ और वह पत्थर को ही चूरा बना देता है अब कल का दिन लड़ाई के लिए चुना जाता है।

कहता है कि आज से तेरा मेरा रिश्ता खत्म हुआ

मैं तेरा कोई गुरु नहीं हूं बल्कि अब से तू मेरा दुश्मन है और मैं ही तेरे लिए एक ऐसा योद्धा लाऊंगा। जो तुझे भी ढेर कर सके तब वो उस यद्ध को लाने चला जाता है वहां रास्ते में एनर को चमतकान मिलता है। और वह उसे अपनी कहानी बताता है कि मैं भी एक बहुत बड़ा योद्धा हुआ करता था और मुझसे लोग डरते थे पर एक दिन ऐसा योद्धा आया जिसे सब लोग जादूगर कहते थे। क्योंकि उसके सामने कोई टिक नहीं सकता कभी तो वह पहाड़ की तरह बड़ा बन जाता तो कभी एकदम छोटा चूहा उसी ने मुझे दंगल में हराया और हारने के कारण मेरी बीवी और जायदाद सब उसकी हो गई। जिसके बाद उसने एनआर को नौकर की तरह रखा और उसकी बीवी के साथ मजे करने लगा पर एनआर कुछ भी नहीं कर पाया फिर एक दिन वह योद्धा दुनिया जीतने निकल पड़ा और अपने कान से कुंडल निकाल कर उस उस ने एनआर की पत्नी को दे दिए। कि मैं लौट कर आऊंगा फिर कुछ दिनों में एनआर की बीवी का बच्चा होने वाला था जो कि उसी योद्धा का था फिर जैसे उसकी पत्नी का बेटा हुआ तो एनआर ने अपनी ही पत्नी को मार डाला और उस बच्चे को अपने पास रखा जिसका नाम वालीबान है। अब एनआर कहता है कि मैंने तो उसे इतना सब कुछ दिया और उसने मेरे ही बेटे को मार डाला इसलिए उससे मुझे बदला लेना है। और अब उसका मुकाबला उसी योद्धा से कराऊंगा जिसका वह बेटा है इसलिए वह वालीबान के असली बाप को ढूंढने निकलता है।

युद्ध करवाने के लिए यह सुनकर चमतकान हंसने लगता है

कि तू तो मुझसे भी बड़ा आदमी है मुझे भी अपने साथ रख ले पर एनआर अकेला इस योद्धा को ढूंढने चल देता है ।और हमें पता चलता है कि अब तक चमतकान जो शराब पी रहा था उसमें अनार ने जहर डाला था जिससे वो वहीं मर जाता है। और एनआर ने जो चमत्कार को बात कही थी कि तू मरने से पहले मेरा चेहरा देखेगा वो बात सच हो जाती है अब इसके बाद एनआर से वालीबन मिलता है। जो अभी भी सच्चाई से अनजान था और वह कहता है कि गुरुदेव आप जिससे भी युद्ध करने के लिए कहेंगे मैं करूंगा और यही मेरा पश्चाताप होगा चिन्ना को मारने का और आपका शिष्य हूं तो सामने वाले को जिंदा भी नहीं छोडूंगा यहीं पर ये मूवी खत्म होती है।